प्रयागराज

सभी कर्मचारियों के लिए  सुरक्षा उपकरण सुनिश्चित किए जाय:महाप्रबंधक
प्रयागराज। उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री राजीव चौधरी की अध्यक्षता एवं उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों की उपस्थिति मे गत सप्ताह आगरा, इलाहाबाद और झांसी मंडलों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा  बैठक का आयोजन हुआ। वीडियो कॉन्फ्रेंस के प्रारंभ में, महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री राजीव चौधरी ने संरक्षा स्थिति की समीक्षा की। बैठक के प्रारंभ में महाप्रबंधक श्री चौधरी ने उन रेल कर्मियों की सूची तैयार करने के लिए कहा, जिनकी त्रुटिपूर्ण वर्कमैनशिप से फेलियर हो रहे हैं। सूचि में उनके पर्यवेक्षकों और अधिकारियों के नामों के साथ फेलियर के प्रकार भी इंगित किए जाएं, ताकि फेलियर के मूल कारणों की पहचान हो सके और आवश्यक प्रशिक्षण इनपुट, पोस्टिंग स्थान आदि के परिवर्तन द्वारा सुधार हेतु योजना बनाई जा सकती है।
संरक्षा की स्थिति की समीक्षा करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि प्रमुख स्टेशनों के निकट के क्षेत्रों में अन-बुक सामान को अवैध एवं गलत तरीके उतारने के मामलों की पहचान करने के लिए ऐंबुश चेक किए जाएं, इस प्रकार से माल उतारने से न केवल रेलगाडिय़ां विलंबित होती हैं, बल्कि ट्रेन परिचालन में बाधा के कारण संरक्षा को संभावित खतरा भी हो सकता है।
महाप्रबंधक श्री चौधरी ने रनिंग लाइन पर काम करने वाले रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा पर विचार व्यक्त करते हुए डिवीजनों को निर्देश दिया कि सभी प्रकार के कर्मचारियों के लिए निर्धारित व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण(पीपीई) सुनिश्चित किए जाने चाहिए और पर्यवेक्षक यह सुनिश्चित करने के लिए जि़म्मेदार होंगे कि स्टाफ केवल व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जीवन कीमती है और हर कीमत पर कार्य स्थल पर संरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने आगे बल देकर कहा कि मानव युक्त क्रॉसिंगों को हटाना रेलवे के लिए प्राथमिकता का क्षेत्र है और लिमिटेड हाइट सबवे के निर्माण को मिशन मोड में किया जाना चाहिए।
इसी क्रम में आगे हॉट बॉक्स डिटेक्टर स्थापित करने की प्रगति की समीक्षा की गई, महाप्रबंधक ने सलाह दी कि वे-साइड रोलिंग स्टॉक मॉनिटरिंग सिस्टम के लिए स्वीकृत कार्य
प्राथमिकता पर निष्पादित किए जाने की आवश्यकता है। बैठक में चालक दल के लिए ड्यूटी अवधि को रैशनलाइज़ करने के विषय पर चर्चा की गई और यह कहा गया कि, ट्रेन के वास्तविक समय के अनुरूप  चालक दल को बुलाया जाए ताकि, उन्हे लंबे समय तक इंतजार और ड्यूटी के अतिरिक्त घंटों की समस्या से बचाया जा सके । आधारभूत  कार्यों की प्रगति की समीक्षा करने पर महाप्रबंधक ने गोविंदपुरी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाकिंग कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। एक बार चालू होने के बाद यह गोविंदपुरी स्टेशन पर दो नए प्लेटफार्मों के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा और कानपुर स्टेशन को डी-कंजस्ट करने के लिए गोविंदपुरी को सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित करते हुए यहां से ट्रेनों को शुरू करने में मदद हेतु कई अन्य सुविधाएं भी बनाई जा सकेंगी। 
महाप्रबंधक ने आगे बल देते हुए कहा कि चुनार - चोपन के नए विद्युतीकृत खंड में इलेक्ट्रिक इंजनों के साथ रेल संचालन की आवश्यकता है। समीक्षा बैठक के दौरान इलाहाबाद स्टेशन के विकास की मास्टर प्लान पर भी चर्चा की गई। महाप्रबंधक ने कहा कि इसमें भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी ट्रेन मूवमेंट हेतु और अपेक्षित यात्री सुविधाएं शामिल हों। 
इलाहाबाद जं के अलावा उत्तर मध्य रेलवे के खजुराहो, ग्वालियर और कुछ अन्य प्रमुख स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया जा रहा है, ताकि भविष्य में ट्रैफिक हैंडलिंग आवश्यकताओं को संभालने के लिए स्टेशन,  यार्ड और अन्य सुविधाएं तैयार की जा सकें। समय पालनता की समीक्षा करते हुए यह निर्णय लिया गया कि नियमित रूप से खराब रनिंग वाली गाडिय़ों पर कड़ी निगरानी रखी जाए ताकि, परिचालन में समग्र रूप से बेहतर समयपालनता प्राप्त की जा सके। महाप्रबंधक श्री चौधरी ने कहा कि विलंबनके प्रत्येक के मामलों की उचित लॉगिंग और विश्लेषण किया जाए, जिससे उचित इनपुट द्वारा भविष्य की योजना बनाने में मदद मिल सके और ट्रेन परिचालन कर्मचारियों के बीच भी सेंटिविटी में वृद्धि हो सकेगी। माघ मेला की तैयारियों की समीक्षा पर, मंडल रेल प्रबंधक इलाहाबाद ने आश्वासन दिया कि सभी संबंधित कार्यों की प्रगति संतोषजनक है और सभी कार्य समय परपूरे कर लिए जाएंगे। महाप्रबंधक महोदय ने बल देकर कहा कि माघ मेला से संबंधित सभी कार्यों की निगरानी की जाए और सभी कार्यों को इस महीने के अंत तक पूरा कर लिया जाए।